Friday, June 13, 2008

कुत्ते हैं लाल कामरेड

वैसे तो राजनीती मेसभी दोगले हैं , लेकिन सबसे अधिक ये साले लाल झंडे वाले कामरेड हैं। साले जो काम ख़ुद करते हैं उसे विकाश के liye ज़रूरी कहते हैं लेकिन अगर कोई दूसरा करे तो साले गांड उठा उठा हल्ला मचाते हैं। ऊपर से ख़ुद को देश का सबसे अधिक हितैसी मानते हैं। पेट्रो उत्पादों की कीमत बढ़ने पर साले इतना हल्ला मचने लगे जैसे लगा की इन्हे पहले कुछ पता ही नही था लेकिन इन सालो को गद्दी का इतना मोह है की उससे दूरी बर्दाश्ता नही होती। साले केन्द्र सरकार को पहले दिन से ही डरते धमकाते रहे की बात नही मानी to समर्थान वापस ले लेंगे, लेकिन सालो ने पाँच साल पूरे कर ही दिए। इतना होने के बावजूद भी अब अगर देश की जनता इन कुत्तो को वोट देती है तो ...